स्थानीय भाषा में 234 नए शहरों/कस्बों में निजी एफएम रेडियो शुरू करने को मंजूरी ,एमपी में इन 20 जिलों को मिली सौगात
ब्यूरो रिपोर्ट
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने निजी एफएम रेडियो चरण-3 नीति के अंतर्गत 234 नए शहरों में 730 चैनलों के लिए 784.87 करोड़ रुपये के अनुमानित आरक्षित मूल्य के साथ तीसरे बैच की आरोही (बढ़ती हुई बोली) ई-नीलामी करवाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
शहरों/कस्बों की राज्यवार सूची और नई नीलामी के लिए स्वीकृत निजी एफएम चैनलों की संख्या अनुलग्नक के रूप में यहां संलग्न है।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को छोड़कर एफएम चैनल के वार्षिक लाइसेंस शुल्क (एएलएफ) के रूप में सकल राजस्व का 4 प्रतिशत लेने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। ये 234 नए शहरों/कस्बों के लिए लागू होगा।
234 नए शहरों/कस्बों में निजी एफएम रेडियो की शुरुआत से उन शहरों/कस्बों में एफएम रेडियो की अधूरी मांग पूरी होगी, जो अभी भी निजी एफएम रेडियो प्रसारण से अछूते हैं और मातृभाषा में नए/स्थानीय कंटेंट पेश करेंगे।
इससे नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे, स्थानीय बोली और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा तथा ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को बढ़ावा मिलेगा। अनुमोदित किए गए ऐसे कई शहर/कस्बे आकांक्षी जिलों और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में हैं। इन क्षेत्रों में निजी एफएम रेडियो की स्थापना से इन क्षेत्रों में सरकारी पहुंच और सुदृढ़ होगी।
मध्यप्रदेश में कुल 20 जिलों को 3 -3 एफएम चैनलो की सौगात ,िलने जा रही है। जिनमे बैतूल, बुरहानपुर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, गुना, इटारसी, खंडवा, खरगौन, मंदसौर, मुड़वारा (कटनी), नीमच, रतलाम, रीवा, सागर, सिवनी, सतना, शिवपुरी, सिंगरौली एवं विदिशा शामिल है। इस तरह कुल 20 स्थानों पर स्थानीय एफएम रेडियो के तीन तीन चेनल उपलब्ध रहेंगे।