40 दिवसीय अनुष्ठान का हुआ समापन पंच कुंडी गायत्री महायज्ञ में हुई पूर्णाहुति
ब्यूरो रिपोर्ट
सारणी स्थानीय गायत्री प्रज्ञा पीठ में रविवार को गुरुपूर्णिमा के दिन से प्रारंभ हुए 40 दिवसीय अनुष्ठान की पूर्णाहूति पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के माध्यम से संपन्न हुई । इस अनुष्ठान में अनेक साधको ने हिस्सा लिया तथा यज्ञ में अनुष्ठान के पूर्णाहुति की। गायत्री प्रज्ञा पीठ की देवालय प्रबंधक श्रीमती प्रमिला पांसे ने बताया की 40 दिन की इस अवधि में अनुष्ठान करने के साथ साथ गायत्री महिला मंडलो की बहनों ने घर-घर जाकर 65 स्थानों पर गायत्री हवन , दीपयज्ञ तथा संस्कार भी कराए।
उन्होंने कहा कि चातुर्मास अवधि में सभी श्रद्धालु परिजनों के यहां एक कुंडीय गायत्री यज्ञ तथा दीपयज्ञ व संस्कार कराने के लिए यह आयोजन क्रम जारी रखा जाएगा। उन्होंने सभी से मोबाइल का प्रयोग कम से कम करने तथा पूर्णिमा तथा अमावस्या को माह में दो बार यज्ञ सम्पन्न करने का आग्रह किया जिससे देवीय सहायता आपदा और बीमारी से रक्षा तथा पितृदोष से रक्षा होती रहे। यज्ञ का संचालन गायत्री परिवार ट्रस्ट सारणी के मुख्य प्रबंधक श्री गुलाबराव पांसे ,सहायक प्रबंधक श्री रामराव सराटकर तथा संगीत प्रशिक्षक श्री फगनू गुलवासे ने किया। यज्ञ के दौरान श्री पांसे ने बताया कि अनुष्ठान से एकत्र ऊर्जा तथा यज्ञ से प्राप्त ऊर्जा वातावरण का नहीं व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक स्तर का भी शोधन करती है तथा इसके द्वारा सभी क्षेत्रों में सफलता के लिए देव अनुग्रह प्राप्त होता है।
अतः सभी के लिए नियमित साधना उपासना तथा महत्त्वपूर्ण कार्यों की सफ़लता के लिए अनुष्ठान आदि करना चाहिए इसका लाभ व्यक्ति को, परिवार को तथा सारे समाज को भी प्राप्त होता है। गायत्री परिवार के संचालन केन्द्र युग तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार में भी नौ दिवसीय जीवन साधना शिविर तथा विविध प्रकार के जीवन निर्माण सत्र वर्ष भर चलते हैं जिनमें शामिल होकर और भी अधिक लाभ उठाया जा सकता है । यज्ञ में एक पुंसवन संस्कार संपन्न हुआ । अंत में यज्ञ के लिए उपस्थित सभी परिजनों ने अनुष्ठान करने वाले साधकों का पुष्प वर्षा कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम की समाप्ति पश्चात सभी श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसादी ग्रहण की।