डीईआईसी जिला चिकित्सालय बैतूल में क्लब फुट क्लीनिक का किया शुभारंभ
नीता वराठे
बैतूल – राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र जिला चिकित्सालय बैतूल में अनुष्का फाउंडेशन के माध्यम से शुक्रवार को क्लब फुट क्लीनिक का शुभारंभ किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रविकांत उइके ने बताया कि क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है, जिसमें पैरों के पंजे मुड़े होते हैं, यदि इनका शीघ्र हस्तक्षेप कर उपचार कर दिया जाए तो यह विकृति ठीक हो जाती है। इसका उपचार लंबे समय तक चलता है। पालकों को धैर्य रखकर अपने बच्चों का उपचार कराना चाहिए।
जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में नि:शुल्क उपचार की सुविधा
सिविल सर्जन डॉ.अशोक बारंगा ने बताया कि जिन बच्चों में इस प्रकार की तकलीफ है, वे अस्पताल में इलाज करवा सकते है। बच्चों को भविष्य की तकलीफ से बचाने हेतु बपचन से ही टेढ़े पंजों का इलाज करवाना चाहिए। इसका जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में नि:शुल्क उपचार एवं सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश चंदेलकर ने बताया कि इसमें बच्चे के पंजे टेढ़े होते हैं, जन्म लेते ही उन्हें तुरंत दिखाना चाहिये। बड़े होने पर बच्चे के पैर के पंजे की कास्टिंग (प्लास्टर) की जाती है एवं आवश्यकता पड़ने पर सर्जरी द्वारा भी इसे ठीक किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि यह एक अनुवांशिक विकृति है, जन्म लेने वाले 1000 बच्चों में से 1 या 2 बच्चों में इस प्रकार की विकृति वाले बच्चे होते हैं।
कार्यक्रम में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.जगदीश घोरे, उप जिला मीडिया अधिकारी श्री महेशराम गुबरेले, आरबीएसके मैनेजर श्री योगेन्द्र कुमार दवंडे, एनएमए श्री शेखर हारोड़े, जिला कोर्डिनेटर अनुष्का फाउंडेशन श्रीमती कविता मालवीय, आरबीएसके चिकित्सक एवं डीईआईसी स्टाफ सहित 15 हितग्राही अभिभावक मौजूद रहे।