फिर बदलेगा मौसम -3 दिन 4 संभागों में फिर बादल बारिश के आसार
चक्रवात से फिर बदलेगा MP का मौसम, 3 दिन 4 संभागों में फिर बादल बारिश के आसार, जानें IMD का नया अपडेट
चक्रवात दाना के असर से शनिवार को जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है लेकिन इसके बाद 27 अक्टूबर से प्रदेश के कई इलाकों में रुक-रुककर वर्षा का दौर शुरू होने का अनुमान है।
MP Weather Today: चक्रवात दाना के असर से मध्य प्रदेश के मौसम में उतार चढ़ाव का दौर जारी है, फिलहाल दिवाली धनतेरस तक मौसम का मिजाज यूही बना रहेगा, क्योंकि मौसम विभाग ने 27 से 29 अक्टूबर के बीच पूर्वी हिस्से में गरज चमक के साथ बूंदाबांदी बादल की संभावना जताई है।आज भी कई जिलों में मौसम बदला सा रह सकता है।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात दाना के असर से जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग के जिलों में 27, 28 और 29 अक्टूबर को गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। तूफान के असर से प्रदेश में हवा की रफ्तार 40 किमी प्रतिघंटा तक हो सकती है। आज शनिवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर सहित अधिकांश जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना है, हालांकि ठंडी हवाओं के साथ कहीं कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।
29 अक्टूबर तक ऐसा रहेगा MP मौसम का मिजाज
एमपी मौसम विभाग ने 27 और 28 अक्टूबर को जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक के साथ बारिश होगी, बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा और धूप निकलेगी।खास करके 27 अक्टूबर को सतना, रीवा, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सहित अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद 28 और 29 अक्टूबर को भी मौसम में इसी तरह बदलाव जारी रहेगा।आगामी दिनों में प्रदेश के अधिकांश जिलों के तापमान में और अधिक गिरावट देखने को मिल सकती है।
एमपी मौसम विभाग नया पूर्वानुमान
चक्रवाती तूफान दाना वर्तमान में गहरे अवदाब के रूप में ओडिशा के पास बना हुआ है, जो उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और शनिवार को और कमजोर पड़ने के बाद कम दबाव के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित हो सकता है, जिसके असर से दिवाली तक पूर्वी मध्य प्रदेश के रीवा, जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। शनिवार को जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है।
27 अक्टूबर से प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है।