scn news india

मध्य प्रदेश का यूनिक और इनोवेटिव डिजिटल मीडिया

Betul

विद्युत मंडल सारणी में स्थानीय श्रमिकों के शोषण के मामले में श्रम विभाग जारी किया नोटिस

Scn News India

sarni 1

भारती भूमरकर

1–पश्चिम बंगाल की लोकनाथ एवं क्रांति कंपनी को देना होगा 7 दिनों में जवाब,संतोष जनक जवाब नहीं देने पर दोनों कंपनियों पर होगी कार्रवाई

विद्युत मंडल सारणी में श्रमिकों के शोषण का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है इस विषय पर मंडल मुख्यालय पर कुछ दिनों पूर्व संपन्न हुई त्रिपक्षीय बैठक के बाद पहली बार श्रम विभाग ने विधिवत प्रोसिडिंग जारी कर कंपनियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जिसमें दिनांक 14 11.2024 मुख्य अभियंता उत्पादन सहित मेसर्स लोकनाथ कंपनी कोलकाता ,वेस्ट बंगाल और मेसर्स क्रांति कंपनी जिला हुबली, वेस्ट बंगाल को प्रतिवेदन देकर जिला कलेक्टर को अवगत कराने के लिए 7 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया
भारतीय मजदूर ठेका श्रमिक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र सागर, महामंत्री विनोद भारती, उपाध्यक्ष प्रकाश गाठे, कोषाध्यक्ष संजय यादव, वरिष्ठ सदस्य राजेश भारती, वरिष्ठ सदस्य रितेश विश्वकर्मा ने बताया कि प्रतिवेदन के अनुसार लोकनाथ कंपनी ने यह स्वीकार किया कि उनके द्वारा कैटेगरी ऑफ वर्क मे 66 श्रमिकों को अर्ध कुशल का वेतनमान दिया जा रहा है जबकि वह श्रमिक सन 2021 के लोकनाथ कंपनी के वर्क आर्डर के अनुरूप कुशल कैटेगरी में आते हैं और श्रम विभाग की गाइडलाइन के अनुसार भी कुशल कैटेगरी में आते हैं परंतु उक्त कंपनी के द्वारा ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस का कार्य करने के लिए नियुक्त जूनियर इंजीनियर,अस्सिटेंट इंजीनियर, कार्यपालन अभियंता और अधीक्षण अभियंता जो की कोल हैडलिग प्लांट का संचालन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं वह नहीं बता पाए की 66 ऑपरेटर किस कैटेगरी में आते हैं अब प्रबंधन द्वारा श्रम विभाग को दिए जाने वाले जवाब में इसका स्पष्टीकरण सामने आएगा
इन्होंने बताया कि मूलत वेस्ट बंगाल की यह दोनों कंपनियों मैं कार्यरत अधिकतर स्थानीय श्रमिकों के गेट पास पर ऐसे पद लिखे हुए हैं जिनका वर्क आर्डर में भी उल्लेख नहीं है यह अपने आप में एक अलग प्रकार की घटना है इन कंपनियों द्वारा ठेका श्रमिकों के गेट पास और वेतनमान की स्लीप पर ऑपरेटर के बदले सहायक ऑपरेटर और फील्ड ऑपरेटर लिख दिया जाता है और इसके अलावा फिटर से फिटर का कार्य करवा कर उसके दस्तावेजों में सहायक फिटर लिखकर उन्हें सहायक फिटर का वेतन मान दिया जाता है और इलेक्ट्रिशियनों से इलेक्ट्रिशियन का कार्य कराकर उन्हें सहायक इलेक्ट्रीशियन बताया जाता है और वेतनमान कम दिया जाता है एस हैंडलिंग सिस्टम में कार्यरत क्रांति कंपनी के द्वारा रोजाना भरे जाने वाले डीपीआर में कंपनी द्वारा 40 ऑपरेटर सहित इलेक्ट्रीशियन व कैटिगरी के श्रमिकों का लेखा जोखा रोजाना रोजाना प्रबंधन को दिया जाता है परंतु जब इन श्रमिकों को वेतनमान देने की बारी आती है तो कंपनी द्वारा उन्हें सहायक बताकर कम वेतनमान दिया जाता है
भारतीय मजदूर ठेका श्रमिक संघ द्वारा पिछले कई समय से मांग की जा रही थी कि उक्त कंपनियों में कार्य करने वाले ठेका श्रमिकों को आज से 7,8 साल पहले जो वेतनमान दिया जा रहा था आज भी लगभग वही वेतनमान दिया जा रहा है पहले वह कुशल कैटेगरी में थे अब उन्हें अर्ध कुशल कैटेगरी में कर दिया गया है उन्हें पदोन्नत करना चाहिए इस गंभीर मसले पर भी श्रम विभाग द्वारा उक्त कंपनियों मैं कार्यरत ठेका श्रमिकों को पदोन्नत करने के लिए अनुभव के आधार पर सहमति बनाई गई है जो कि शीघ्र किया जाएगा

अलग से पैराग्राफ

श्रमिकों के शोषण के मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय मजदूर संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व महामंत्री तथा न्यूनतम वेज बोर्ड मध्य प्रदेश शासन के सलाहकार सदस्य मधुकर साबले ने भी जिला श्रम अधिकारी धंभदीप भगत एवं जिला श्रम निरीक्षक अक्षय बनिया से मामले मे श्रमिक हित में जल्द निराकरण के लिए दूरभाष पर चर्चा की एवं ऐसे गंभीर विषयों पर अब जिला कलेक्टर मुख्यालय स्तर पर बैठक आयोजित करने के लिए भी सहमति बनाई गई

GTM Kit Event Inspector: