नेशनल लोक अदालत में राजीनामा से 703 प्रकरणों का हुआ निराकरण
नीता वराठे
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री प्राणेश कुमार प्राण के मार्गदर्शन में शनिवार को बैतूल न्यायालय परिसर एवं तहसील अंतर्गत सिविल न्यायालय आमला, भैंसदेही तथा मुलताई में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। जानकारी के अनुसार न्यायालयों में लंबित और नेशनल लोक अदालत में राजीनामा के लिए प्रस्तुत प्रकरणों में से सिविल प्रकरण 14, आपराधिक प्रकरण 242, चेक बाउंस के 158, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा 45, वैवाहिक प्रकरण 67, विद्युत अधिनियम 100 अन्य प्रकरण 77 इस प्रकार कुल 703 प्रकरणों में पक्षकारों ने अपने प्रकरणों का राजीनामा द्वारा निराकरण किया। इसी प्रकार प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में से बैंक ऋण वसूली के 26, विद्युत प्रकरण 807,जलकर 420 एवं अन्य के 243 प्रकरणों का राजीनामा द्वारा निराकरण किया गया। नेशनल लोक अदालत में राजीनामा करने वाले पक्षकारों को पौधे का वितरण किया गया। पक्षकारों की सुविधा के लिये हेल्प डेस्क भी लगाया गया था, जिसमें पैरालीगल वालेंटियर्स द्वारा पक्षकारों को उनके प्रकरणों एवं अन्य समस्याओं के संबंध में सलाह एवं सहायता प्रदान की गई।
जिला न्यायालय बैतूल में नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री प्राण ने किया। इस अवसर पर नेशनल लोक अदालत प्रभारी अधिकारी एवं विशेष न्यायाधीश श्रीमती दिव्यांगना जोशी पांडे, सचिव डॉ. कु महजबीन खान, जिला न्यायाधीश श्रीमती निहारिका सिंह, श्री हेमंत कुमार यादव, श्री आशीष टांकले, सीजेएम श्रीमती संगीता भारती राठौर, रजिस्ट्रार श्री सुरेश यादव, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री सोमनाथ राय अन्य न्यायाधीशगण, जिला अधिवक्ता संघ उपाध्यक्ष श्री जयदीप रूनवाल, सचिव श्री पाटिल, कार्यकारिणी सदस्य श्री राजीव बघेल, पूर्व अध्यक्ष श्री बी.के.पांडे, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बैतूल, जिला न्यायालय, बैंक, विद्युत विभाग, नगर पालिका आदि के कर्मचारी, पक्षकारगण एवं अन्य अधिवक्ता गण उपस्थित रहे।