घर से ही कर सकेगे मतदान: कलेक्टर श्री सूर्यवंशी
लोकसभा निर्वाचन 2024
दिव्यांग एवं 85+ वरिष्ठ मतदाता कर सकेंगे घर पर ही मतदान: कलेक्टर श्री सूर्यवंशी
राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ वरिष्ठ एवं पीडब्ल्यूडी मतदान पर हुई चर्चा
बैतूल, 21 मार्च 2024
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी की अध्यक्षता में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ दिव्यांग और 85+ वाले मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट पर समीक्षा की गई। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मकसूद अहमद ने बताया कि विधानसभा चुनाव में वरिष्ठ नागरिकों के लिए जहां 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता पीडब्ल्यूडी श्रेणी में शामिल थे। निर्वाचन आयोग द्वारा इस आयु सीमा को बढ़ाकर 85+ कर दिया गया है।
श्री अहमद ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांग श्रेणी के ऐसे मतदाता जो 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता श्रेणी के मतदाता है, को घर बैठे मतदान की व्यवस्था के अंतर्गत फार्म डी भरवाया जाएगा। यह फॉर्म बीएलओ के माध्यम से ऐसे चिन्हित मतदाताओं को सौंपा जाएगा। निर्धारित प्रारूप में घर पर मतदान करने के लिए उन्हें लिखित सहमति देना होगी। 2 अप्रैल तक सहमति प्राप्त होने के बाद ही वे घर पर मतदान का लाभ प्राप्त कर सकेगे। इसी प्रकार दिव्यांग मतदाता भी जो घर पर ही मतदान करना चाहते है तो वे भी आवेदन 12 डी भरकर बीएलओ को सौपेगे। यह आवेदन 2 अप्रैल तक कलेक्ट किए जायेगे।
घर पर ही मतदान करेंगे
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि 85 वर्ष से ज्यादा उम्र के मतदाता एवं 40 फीसदी से ज्यादा विकलांगता वाले वोटर है उनके पास फार्म 12 डी पहुंचाया जाएगा। अगर वे मतदान केन्द्र पर नहीं जाना चाहते तो उनके घर जाकर मतदान कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने चुनावी ड्यूटी में लगे कर्मियों को प्रशिक्षित कर दिया है। लोकसभा चुनाव में इस बार 80+ के बजाए 85+ से अधिक आयु वाले मतदाताओं को घर से वोट डालने की सुविधा मिली है। चुनाव आयोग ने नियम में बदलाव कर दिया है। अब निर्वाचन कार्यालय की ओर से 85 से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं का चिन्हांकन किया जा रहा है।
ऐसे मतदाताओं को बीएलओ को 12-डी फार्म भरना होंगे। सहमति मिलने पर मतदान कर्मी उनके घर जाकर मतदान कराएंगे। मतदान दल में करीब सात लोग होंगे, जिनमें एक सेक्टर अधिकारी, दो मतदान अधिकारी, एक माइक्रो ऑब्जर्वर, एक पुलिसकर्मी, एक वाहन चालक शामिल है। खास बात ये है कि घर से होने वाले मतदान की जानकारी संबंधित क्षेत्र के राजनीतिक दलों को भी दी जाती है, ताकि मतदान प्रक्रिया को देख सके।