शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दीं श्रृद्धांजलि स्वयंसेवकों ने मनाया शहीद दिवस कहा यह प्रेरणा का दिन
भारती भूमरकर
सारनी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सारनी नगर इकाई के द्वारा रविवार को महर्षि वाल्मीकि शाखा ग्राउंड में भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु की 94वीं पुण्यतिथि शहीद दिवस के रूप में मनाई। इस अवसर पर संघ के कार्यकताओं द्वारा भगत सिंह, राजगुरु , सुखदेव की छायाचित्र पर माल्यार्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कि गयी। जिला सह संघचालक दशरथ डांगे ने कहा कि 23 मार्च 1931 को भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के महान क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को अंग्रेजों ने फांसी दी थी। यही वजह हैं कि हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस के तौर पर मनाया जाता है। देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले को नमन कर श्रद्धांजलि दि गईं। भगत सिंह, राजगुरु, ने देश की आजादी के लिए जिस साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुकाबला किया। वह आज के युवाओं के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श हैं। भगत सिंह का दिया इंकलाब जिंदाबाद का नारा आज भी युवाओं के दिलों में जोश और उत्साह भर देता हैं। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पचास से अधिक कार्यकताएं उपस्थित रहें।