थाना गंज पुलिस ने 1,40,500 रुपये की धोखाधड़ी करने वाले लुटेरी दुल्हन के साथियों को किया गिरफ्तार
नीता वराठे
थाना गंज पुलिस ने 1,40,500 रुपये की धोखाधड़ी करने वाले लुटेरी दुल्हन के साथियों को गिरफ्तार किया है। दिनांक 08.09.2024 को फरियादी राजेश मंसुरिया पिता लक्ष्मीनारायण मंसुरिया, उम्र 34 वर्ष, निवासी हाटपिपलिया, जिला देवास ने थाना गंज में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 30.08.2024 को सुरेन्द्र यादव ने उनके साले धर्मेन्द्र बागवन की शादी सीमा यादव से कराने के लिए उन्हें बैतूल बुलाया। बैतूल में सुरेन्द्र यादव ने अपने साथियों राजा उर्फ चंद्रशेखर और सावित्री अहाके के साथ मिलकर उन्हें कालापाठा में रमेश सूर्यवंशी के घर ले गए। वहां पर रमेश सूर्यवंशी, राजेश यादव, जिया यादव और लड़की सीमा यादव से मुलाकात कराई। सीमा यादव का आधार कार्ड दिखाकर उनकी पुष्टि की गई, और लड़के धर्मेन्द्र बागवन के साथ उसकी शादी करने की बात की गई।
सुरेन्द्र यादव ने शादी के लिए 1,50,000 रुपये की मांग की, जिसमें से राजेश ने 1,00,000 रुपये नगद और 40,500 रुपये फोन-पे के माध्यम से सुरेन्द्र यादव को दिए। इसके बाद वे बैतूल कोर्ट के पास गए जहां एक वकील ने सीमा यादव और धर्मेन्द्र बागवन के बीच लिव-इन-रिलेशनशिप का एग्रीमेंट तैयार किया। एग्रीमेंट के बाद सीमा यादव को एक सोने का मंगलसूत्र और चांदी की पायल पहनाई गई।
फिर सभी लोग टवेरा गाड़ी से हाटपिपलिया, देवास के लिए रवाना हो गए। रास्ते में दुल्हन सीमा यादव ने खाना खाने की इच्छा जताई और शंकर ढाबा, चिरापाटला, चिचोली में रुके। दुल्हन सीमा यादव ने बाथरूम जाने का बहाना बनाकर एक लड़के के साथ स्कूटी पर भाग गई।
इस घटना की रिपोर्ट पर थाना गंज में अपराध क्रमांक 314/24 धारा 318(4), 3(5) BNS 2023 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। थाना गंज पुलिस ने साइबर सेल की मदद से त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों सुरेन्द्र उर्फ बंडु पिता रामकिशन यादव (उम्र 32 साल, निवासी ग्राम नांदा, भीमपुर), रमेश पिता सुकु सूर्यवंशी (उम्र 63 साल, निवासी आरडी पब्लिक स्कूल के पीछे, कालापाठा), और सावित्री पति रामशंकर अहाके (उम्र 30 साल, निवासी अर्जुन नगर, बैतूल) को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया।
प्रकरण के अन्य आरोपियों की तलाश हेतु एक टीम तैयार कर ईटारसी रवाना की गई है। उनकी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
*विशेष भूमिका:*
इस कार्यवाही में निरीक्षक रविकान्त डेहरिया, उपनिरीक्षक राकेश सरयाम, उपनिरीक्षक रणधीर सिंह राजपूत, प्रधान आरक्षक आशीष, प्रधान आरक्षक रामदास, मआर प्रियंका, मआर रूपाली, आरक्षक मनोज, आरक्षक राजेंद्र धारसे और आरक्षक दीपक सनोडिया की विशेष भूमिका रही है।