बैतूल की 5 हजार महिलाएं इस वर्ष बनेंगी “लखपति दीदी” जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू की
नीता वराठे
बैतूल – जिला कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में भारत सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम लखपति दीदी अभियान के प्रथम चरण की शुरुआत बैतूल जिले में हो चुकी है। जिले में ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूहों की 5000 दीदियों को इस वित्तीय वर्ष में लखपति बनाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अक्षत जैन ने बताया कि प्रथम चरण में प्रत्येक विकासखंड से स्व-सहायता समूहों की 500 महिला सदस्यों का चयन किया गया है, इस तरह कुल मिलाकर जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्र से 5000 दीदियों का चयन किया जा चुका है। इन दीदियों को कम लागत में अधिक मुनाफा वाली तीन प्रमुख गतिविधियों मुर्गी पालन, बकरी पालन और मल्टी लेयर सब्जी उत्पादन- के संबंध में प्रशिक्षित कर उनका क्रियान्वयन किया जा रहा है। यह तीनों गतिविधियां ऐसी हैं जो कम लागत में स्थापित होने के साथ-साथ इन दीदियों की जीवन शैली के अनुकूल भी है, इन्हें घर बैठे किया जा सकता है, और इनके उत्पादों का बाजार भी स्थानीय स्तर पर उपलब्ध है।
सीईओ श्री जैन ने बताया कि बैकयार्ड मुर्गी पालन एवं मल्टी लेयर सब्जी उत्पादन हेतु मात्र 20 हजार रुपए एवं बैकयार्ड बकरी पालन हेतु मात्र 11 हजार रुपए के निवेश के बिजनेस मॉडल विकसित किये गए है। यह भी उल्लेखनीय है कि दीदियों को प्रोत्साहित करने के लिए इस निवेश राशि की लगभग 75 प्रतिशत राशि समूह के माध्यम से दीदियों को ऋण के रूप में उपलब्ध करा दी जाएगी।
इन 5000 दीदियों को तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन देने हेतु नियुक्त 160 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन्स को सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र घोडाडोंगरी एवं सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र भैंसदेही में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इनके द्वारा अपने अपने क्षेत्र की दीदियों से संपर्क करना प्रारंभ भी कर दिया है। आगामी नवंबर माह से इन चिन्हित दीदियों द्वारा गतिविधियां सुचारू ढंग से शुरू भी कर दी जाएगी, एवं इनसे होने वाली आय से जल्द ही ये दीदियां “लखपति दीदी” के रूप में स्वयं को स्थापित कर सकेंगी।