”प्रयास …एक कोशिश,” नाबालिग बालिकाओं को अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस का नवाचार
नीता वराठे
पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल झारिया द्वारा नाबालिक बालिकाओं की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से नाबालिग बालिकाओं से संबंधित अपराध को रोकने व बालिकाओं को जागरूक करने के लिए जिले के सभी थाना क्षेत्रों में “प्रयास – एक कोशिश “ अभियान चलाया जा रहा है ।
अभियान का उद्देश्य
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य स्कूल में पढ़ने वाली एवं ग्रामीण अंचल की किशोरी बालिकाओं को जागरूक करना है, जिससे वे 18 वर्ष से पूर्व किसी भी व्यक्ति द्वारा दिए गए विवाह के प्रलोभन से एवम बहलाफुसलाकर ले जाने से सतर्क रहे। साथ ही अपने पारिवारिक/सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति जागरूक बने।
”पुलिस व किशोरियों के मध्य संवाद हेतु प्रेरणा दीदी” का गठन”
पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल झारिया द्वारा द्वारा इस अभियान में किशोरियों, बालिकाओं व पुलिस के मध्य संवाद हेतु आशा कार्यकर्ता व आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ”प्रेरणा दीदी” बनाया गया है जो किशोरियों व पुलिस के मध्य संवाद का कार्य करेंगी।
अभियान का संचालन
यह अभियान बैतूल पुलिस , महिला बाल विकास व क्षेत्रीय एनजीओ संगठनों के द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का विवरण
पुलिस अधीक्षक बैतूल के नेतृत्व में अभियान के तहत 28/09/2024 को थाना भैंसदेही के सीएम राइज स्कूल/पीएम राइज स्कूल के 700 विद्यार्थियों एवम् शिक्षकों के साथ – साथ, सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जिले एवं विकासखंड के सभी बाल संरक्षण अधिकारी/कर्मचारीओ की उपस्थिति मे आज एक विशेष अभियान प्रयास –एक कोशिश के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुलिस अधीक्षक बैतूल द्वारा किशोरी बालिकाओं को इस अभियान के उद्देश्यों के बारे में बतलाया गया साथ ही पॉक्सो कानून व साइबर कानून के बारे में जागरूक किया जाकर अपने साथ घटित किसी भी घटना के संबंध में अपने परिजनों शिक्षको एवं पुलिस को सूचना दिए जाने हेतु समझाइश दी गई।
इस कार्यक्रम में एसडीओपी भैंसदेही श्री भूपेंद्र सिंह मौर्य, एसडीओपी शाहपुर श्री मयंक तिवारी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री गौतम अधिकारी, थाना प्रभारी भैसदेही नीरज पाल, प्राचार्य सीएमराइज व एनजीओ के सदस्यगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान किशोरियों एवं प्रेरणा दीदीयों ने पुलिस अधीक्षक महोदय से बहुत से प्रश्न किये जिनका जवाब दिया गया।
महिला बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री गौतम अधिकारी द्वारा भी अभियान का उद्देश्य बताते हुए आवश्यक निर्देश दिए और बालिकाओं को मार्शल आर्ट एवं विभाग की बाल संरक्षण योजनाओं की जानकारी भी दीं,
सी. एम. राइज स्कूल के प्राचार्य श्री संदीप राठौर द्वारा प्रेरणात्मक कविता सुनाई गयी एवं इसी स्कूल कि किशोरियों द्वारा एक प्रेरणादायी नाट्य प्रस्तुत किया गया जिसकी मुख्य अतिथियों द्वारा सराहना कि गयी।
स्वयं सेवी संस्थाओ के कार्यकर्ताओ द्वारा भी इन गंभीर विषयो पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये जिसमे जन-साहस, प्रदीपन एवं सांस्कृतिक सेवा समिति सम्मिलित हैं।
अंत मे जिला समन्वयक आवाज़ श्री भूपेंद्र लोखंडे द्वारा कार्यक्रम मे उल्लेखित समस्त बिन्दुओ पर अमल करने कि प्रेरणा देते हुए कार्यक्रम मे पधारे सभी अतिथियों एवं किशोरियों का आभार व्यक्त किया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा किशोरी बालिकाओं को निर्देश
– सुरक्षा उपाय: अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा सावधान रहें और अनजान लोगों से दूरी बनाए रखें।
– आत्मविश्वास: अपने आत्मसम्मान को बनाए रखने के लिए आत्मविश्वास और सशक्तता को बढ़ावा दें।
– शिक्षा और जागरूकता: अपने अधिकारों और सुरक्षा के बारे में जागरूक रहें और शिक्षा के माध्यम से अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं।
– सामाजिक समर्थन: अपने परिवार, दोस्तों और समाज से समर्थन प्राप्त करें और उनकी सलाह का पालन करें।
– मानसिक स्वास्थ्य: अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें और तनाव से निपटने के लिए स्वस्थ तरीके अपनाएं।
– आपातकालीन स्थिति: आपातकालीन स्थिति में पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क करने में संकोच न करें।
– स्वास्थ्य और पोषण: अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ आहार और व्यायाम का पालन करें।
– आत्म-रक्षा: आत्म-रक्षा के तरीके सीखें और अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहें।सभी कन्या स्कूलों में आत्मरक्षा हेतु शिविर आयोजित किए जाने हेतु महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया