बर्ड फ्लू से नागरिकों को बचाने स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी – मृत पक्षियों की जानकारी पशुपालन विभाग को दें
ब्यूरो रिपोर्ट
पड़ोसी जिला छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू के पॉजिटिव केस मिले हैं। ऐसे में जिले के नागरिकों को एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लू से बचाने स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। जारी एडवाइजरी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रविकांत उइके ने बताया कि एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लू एक तीव्र संक्रामक बीमारी है, जो कि भक्ष्य पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों मुर्गा-मुर्गी, टर्की, क्वेल्स, गीनी फाऊल तथा घरेलू एवं जंगली पक्षियों को प्रभावित करती है। नजदीकी जिले में बर्ड फ्लू के प्रकरणों के चलते आमजन को सतर्क रहने की अति आवश्यकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के अनुसार एवियन इनफ्लूऐंजा बर्ड फ्लू संक्रमण पशु-पक्षियों में टाइप-ए वायरस के कारण होता है। बड़ी संख्या में पक्षियों के मृत होने पर अन्य पक्षियों व पोल्ट्री बर्ड्स में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका होती है। एवियन इनफ्लूऐंजा वायरस के सम्पर्क में आने से यह रोग मनुष्यों में भी फैल सकता है तथा इस रोग से आम जनता भी प्रभावित हो सकती है। बर्ड फ्लू महामारी के रूप में फैलता है तथा इस बीमारी का संक्रमण व प्रसार बहुत तेज गति से होता है।
मृत या बीमार पक्षियों को हाथों से न छुएं
उन्होंने आमजन को सलाह दी है कि वे मृत या बीमार पक्षियों को नंगे हाथों से न छुए तथा स्वयं की सुरक्षा हेतु इनसे दूर रहें। हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोयें। कच्चा मांस तैयार करने के लिये एक ही बर्तन का इस्तेमाल न करें। अधपका या बिना पका हुआ मांस खाने से बचें, जीवित पशुओं के बाजार, पोल्ट्री फार्म में जाने से बचें। पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों को अच्छी तरह से पकाकर खायें। बिना पाश्चुरीकृत कच्चा दूध और पनीर खाने से बचें। बर्ड फ्लू के प्रकोप वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। खांसते समय टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें और उसे सावधानी पूर्वक नष्ट करें। अगर आपको संक्रमित पक्षियों के सम्पर्क में आना पड़े तो अपने डॉक्टर को बतायें। पोल्ट्री फार्म, चिकन शॉप, अंडा शॉप को नियमित रूप से साफ करें। अपने आस-पास साफ सफाई रखें तथा मृत पक्षियों की जानकारी पशुपालन विभाग में दें।