बंदरों ने आतंक की हद पार की – विभाग खेल रहा ऑफिस ऑफिस -अब चर्च कम्पाउंड में महिला पर हमला ,गंभीर जख्मी
ब्यूरो रिपोर्ट
सारनी नगर में इन दिनों बंदरों ने कहर बरपा रखा है। लगातार रोज नई नई घटनाएं सामने आ रही है। अभी हाल ही में जी टाइप , सुपर ऍफ़ की घटनाओ का रुदन स्वर थमा भी नहीं था की नगर पालिका रोड चर्च कम्पाउंड में फिर एक महिला सुनीता लाल को बन्दर ने हमला कर गंभीर घायल कर जख्मी कर दिया।
शाम लगभग 5 बजे की घटना बताई जा रही है। जिन्हे गंभीर हालत में परिजनों के द्वारा एमपीजीसीएल के अस्पताल ले जाया गया , किन्तु वहां उपचार संभव नहीं होने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोड़ाडोंगरी ले जाया गया जहाँ महिला का उपचार चल रहा है। परिजनों की माने तो टाँके लगाए जा रहे है।
एससीएन न्यूज इंडिया लगातार इन सभी घटनाओ को बराबर प्रशासन के संज्ञान में ला रहा है। हमारे संवाददाता पिछले 4 दिनों से सारनी वन परिक्षेत्र के अफसरो से मामले पर संज्ञान लेने एवं तत्काल उचित प्रबंध करने के साथ घायलों को उपचार मुहैया कराने और क्षतिपूर्ति राशि दिलाने हेतु प्रयास कर रहे है। लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कैमरे पर बोलने के लिए तैयार नहीं है। आफ द रिकार्ड एक अधिकारी ने कहा की इस मामले में बोलने की ऊपर से इजाजत नहीं है।
उन्होंने कहा की ये मामला नगर पालिका के अंतर्गत आता है। नगर पालिका ही इसका समाधान करेगी। वही नगर पालिका का कहना है की बजट की मांग की गई थी। जो पीआईसी में पास हो गई है। लेकिन एक्शन तो वन विभाग को ही लेना होगा।
इधर व्यापारी संगठन के अध्यक्ष अरविन्द सोनी का कहना है की बंदरो के हमले की घटना ले कर सब उन्ही के पास आते है। करना तो वन विभाग और नगर पालिका को है। वे तो सिर्फ मददगार है। बंदरो के आतंक से व्यापारी भी परेशान है।
किन्तु ये आफिस आफिस के चक्कर में नगर की जनता परेशान है। ख़ास कर ज्यादा भयभीत लाड़ली बहनाये ही है। बंदर के हमले का शिकार अधिकांशतः महिलाये ही हो रही है।
आचार सहिता का हवाला दे कर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पलड़ा झाड़ रहे है। अब चुनाव आयोग को ही इस मामले में संज्ञान लेना होगा। वरना चुनाव निपटते तक ये बंदर नजाने कितने लोगों को अपना शिकार बना देंगे। जो रोज किसी ना किसी पर हमला कर जख्मी कर रहे है।