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इस वर्ष वर्षाकाल में जून से सितंबर तक देश में कहाँ कितनी होगी बारिश ? जाने मौसम एजेंसी का पूर्वानुमान

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स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) ने मंगलवार यानी 9 अप्रैल 2024 को कहा है कि, देश में इस साल मानसून के सामान्य रहने की संभावना है. मौसम के उत्तरार्ध में अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है. अल नीनो की स्थिति से ला नीना की ओर एक तेज बदलाव देखने को मिलने वाला है।
भारत की निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) ने मंगलवार यानी 9 अप्रैल 2024 को कहा है कि, देश में इस साल मानसून के सामान्य रहने की संभावना है. मौसम के उत्तरार्ध में अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के वैज्ञानिकों ने भी इस साल मानसून के अनुकूल रहने के शुरुआती संकेतों का पता लगाया है.
बारिश होने की संभावना
स्काईमेट वेदर ने कहा है कि, प्रशांत क्षेत्र में अल नीनो की स्थिति से ला नीना की ओर एक तेज बदलाव देखने को मिलने वाला है, जिससे संभावना है कि गर्मियों में बारिश की धीमी शुरुआत होगी और बाद में भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है. एजेंसी ने यह भी कहा है कि इस साल मौसम में बारिश का वितरण असमान होने की संभावना है.
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अल नीनो से ला नीना में होगा बदलाव
आपको बता दें, भारत में मानसून का सीजन जून में शुरू होकर सितंबर तक खत्म हो जाता है. एजेंसी ने जानकारी दी है कि, जून से सितंबर की अवधि के लिए LPA 868.6 MM रहने की संभावना है. एलपीए के 96 से 104 प्रतिशत के बीच बारिश को सामान्य माना जाता है. स्काईमेट के प्रबंध निदेशक जतिन सिंह के अनुसार, अल नीनो तेजी से ला नीना में बदल रहा है. ला नीना से संबंधित वर्षों के दौरान मानसून परिसंचरण मजबूत हो जाता है. बता दें, सुपर अल नीनो से ला नीना में बदलाव आने से एक अच्छा मानसून रहता है.
कहां होगी अच्छी बारिश?
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार, अल नीनो से ला नीना में तेजी से बदलाव होने के चलते सीजन की शुरुआत में देरी होने की उम्मीद है. भारत के दक्षिण, पश्चिम और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश होने की संभावना है. स्काईमेट ने कहा कि, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के मुख्य मानसून वर्षा आधारित क्षेत्र में पर्याप्त बारिश होगी. वहीं में जुलाई और अगस्त के दौरान बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे पूर्वी राज्यों में कम बारिश होने की आशंका है. भारत के पूर्वोत्तर में जून और जुलाई में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है.