जेल के आपदा प्रबंधन में सतर्कता और संवेदनशीलता दोनों ही महत्वपूर्ण: जेल अधीक्षक
ब्यूरो रिपोर्ट
- जेल के आपदा प्रबंधन में सतर्कता और संवेदनशीलता दोनों ही महत्वपूर्ण: जेल अधीक्षक
- बंदियों एवं जेल स्टाफ को दिया आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण
बैतूल-राज्य आपदा आपातकालीन बचाव बल एसडीईआरएफ होमगार्ड की टीम द्वारा जिला जेल बैतूल में मंगलवार को आपदा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षक दल द्वारा जेल स्टॉफ एवं बंदियों को आग, पानी, सडक़ दुर्घटना एवं प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़, भूकम्प आदि के समय उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों में उपलब्ध संसाधनों के द्वारा राहत एवं बचाव कार्य तथा जन धन हानि को रोकने के उपाय, तरीके बताए गए। साथ ही दुर्घटना/आपदा के समय प्रभावित के प्राथमिक उपचार की विधि व तरीके के विषय में, उपकरणों एवं उपलब्ध संसाधनों का प्रदर्शन करते हुए जानकारी दी गई।
आपदा में सतर्कता और संवेदनशीलता जरूरी
जेल अधीक्षक श्री योगेन्द्र तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि जेल में आपदा प्रबंधन के प्रशिक्षण का अपना एक अलग महत्व है। प्रहरियों को यहां विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी। जेल परिसर में अग्रि अथवा भूकंप या किसी प्रकार की प्राकृतिक प्रकोप की स्थिति में सुरक्षा व्यवस्था में लगे प्रहरियों को विशेष सतर्कता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर विशेष वाहनों से सुरक्षा पहरे में उनकी गिनती और गिनती के अनुसार दूसरे स्थान पर शिफ्टिंग किस प्रकार से की जाएगी। पहले बंदियों की जानमाल की रक्षा के साथ सुरक्षित परिवहन कर विशेष सुरक्षा में दूसरे स्थान पर सुरक्षित शिफ्ट कैसे किया जाएगा। इस बात का प्रशिक्षण भी दिया जाना आवश्यक है।
भौगोलिक दृष्टि से भूकंप एवं बाढ़ की स्थिति तो बैतूल में बनती नहीं दिखती परंतु अग्रि जैसी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। जेल में शमन यंत्रों को किस प्रकार से उपयोग किया जाना है उसका प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण होमगार्ड जिला इकाई के एस.डी.ई.आर.एफ. प्रभारी श्रीमती सुनीता पन्द्रे के मार्गदर्शन में श्री राकेश नर्रे, श्री योगेश सूर्यवंशी, श्री मुकेश कवड़े, श्री प्रदीप माथनकर, श्री राजा सिंह रघुवंशी एवं श्री अलकेश नवड़े द्वारा डेमो के द्वारा प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान समस्त कर्तव्यस्थ स्टाफ उपस्थित रहा।