डेढ़ महीने पहले से बनने लगी सैनिकों के लिए राखियां
वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी बालापुरे पदम्
डेढ़ महीने पहले से बनने लगी सैनिकों के लिए राखियां
राष्ट्र रक्षा मिशन का 25वां साल, एक दिन में 25 सौ राखियां बनाएगी कुन्बी समाज की महिलाएं
हजारों सैनिकों की कलाईयों पर बंधेगी तिरंगा राखी
बैतूल। कारगिल विजय के बाद बैतूल की बेटियों ने सरहदों पर तैनात सैनिकों की हौसलाअफजाई के लिए लिया संकल्प अनवरत राष्ट्र रक्षा मिशन के रुप में निभाया जा रहा है। कोई भी अभियान, मिशन या संकल्प तब तक पूरा नहीं होता जब तक उसे पूरा करने के लिए सभी इकाईयों का साथ नहीं मिलता। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के राष्ट्र रक्षा मिशन का यह 25 वां वर्ष है और समिति के रजत जयंती वर्ष तक के सफर को याद करते हुए पूरा बैतूल जिले की बेटियों के सरहद की ओर बढ़ते कदमों पर गर्व कर रहा है। राष्ट्र रक्षा मिशन के 25वें पड़ाव की सफलता के लिए क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज ने इस बार करीब डेढ़ महीने पहले ही सैनिकों के लिए राखियां बनाने की पहल कर दी है। आमची माती आमची संस्कृति क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज की करीब एक सैकड़ा महिलाओं द्वारा 25वें पड़ाव को ध्यान में रखते हुए शनिवार 6 जुलाई को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक 25 सौ राखियां बनाने का लक्ष्य तय किया है। इस बार कुनबी समाज की इस पहल के साथ राष्ट्र रक्षा मिशन-2024 का आगाज हो रहा है। यह राखियां बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम एवं उनकी पूरी टीम को सौंपी जाएगी।
सरहद तक पहुंचेगी आमची माती-आमची संस्कृति
आमची माती आमची संस्कृति मूल सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज संगठन की महिलाओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज महिला संगठन की अध्यक्ष सिद्धलता महाले ने बताया कि कुनबी समाज संगठन हमेशा ही सैनिकों की हौसला अफजाई करने के लिए सरहद तक जाने वाले राष्ट्र रक्षा मिशन के साथ खड़ा रहा है। इस बार भी समाज संगठन द्वारा बैतूल की बेटियों द्वारा प्रारंभ की गई इस परम्परा और संकल्प में अपनी सहभागिता दर्ज करा रहा है। श्रीमती महाले ने बताया कि शनिवार 6 जुलाई को दोपहर 12 बजे से नेहरु पार्क में राखी बनाने का कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने बताया कि यदि इस दौरान बरसात की स्थिति बनती है तो कार्यक्रम कुनबी समाज के मंगल भवन में किया जाएगा। समाज की महिलाओं द्वारा एक ही दिन में 2500 राखियां बनाने का लक्ष्य है। तिरंगे के तीन रंगों के मोतियों से तिरंगा राखियां समाज की महिलाओं द्वारा बनाई जाएगी। इस तरह आमची माती आमची संस्कृति राष्ट्र रक्षा मिशन के साथ देश की सरहद तक पहुंचेगी। क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज महिला संगठन अध्यक्ष सिद्धलता महाले, उपाध्यक्ष सुनीता देशमुख, सह उपाध्यक्ष संगीता चढोकार, सचिव ज्योति बारस्कर, सह सचिव अलका वागद्रे, कोषाध्यक्ष वंदना पंडाग्रे, सह कोषाध्यक्ष दीपिका वागद्रे, संयुक्त सचिव दुर्गा दवंडे सहित सभी सदस्यों ने समाज की महिलाओं से अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम में पहुंचने का अनुरोध किया है।