सैनिकों के लिए नौनिहालों ने रेशमी धागों में पिरोए तीन रंगों के मोती
गौरी बालापुरे पदम्
सैनिकों के लिए नौनिहालों ने रेशमी धागों में पिरोए तीन रंगों के मोती
किड्जी के नन्हें मुन्ने बोले जय-जवान जय किसान
बैतूल। आगामी 14 अगस्त को बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति का राष्ट्र रक्षा मिशन दल भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के लिए रवाना होगा। इसके पहले जिले के स्कूलों, सामाजिक संस्थानों एवं महिला संगठनों द्वारा सेना के लिए अपने हाथों से राखियां बनाकर भेंट की जा रही है। इसी क्रम में किड्जी प्ले स्कूल के बच्चों ने भी सरहद पर तैनात जवानों के लिए राखियां बनाई। स्कूल संचालक मंजुला पाठक ने बताया कि वैसे तो किड्जी के बच्चे छोटे है, लेकिन उन्होंने बड़े ही उत्साह से रेशमी धागों में तिरंगे के तीन रंगों के मोती पिरोये। इन बच्चों को बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष ने जानकारी उनके हाथों से बनी हुई राखियां सैनिकों की कलाई पर बांधी जाएगी। इस अवसर पर स्कूल स्टाफ के अलावा समिति के वरिष्ठ सदस्य प्रदीप निर्मले, प्रज्ञा झगेकर, सरिता अतुलकर, उषा अतुलकर, छाया प्रजापति एवं अन्य मौजूद थे।
राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत सजावट के बीच बनी राखियां
छोटे-छोटे बच्चों को देश, राष्ट्रीय ध्वज एवं सैनिक का महत्व बताने के उद्देश्य से स्कूल के सभाकक्ष में किड्जी संचालक मंजुला पाठक के मार्गदर्शन में राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत सजावट की गई थी। भारत माता, सैनिक एवं तिरंगे के चित्रों को एक दीवार सजाकर सामने बैठे बच्चों ने तिरंगा राखियां बनाई। इन बच्चों में राखियां बनाने के लिए अलग ही उत्साह था। इस दौरान बच्चों ने जब अपनी बनाई राखियां राष्ट्र रक्षा मिशन दल को भेंट की तो जय जवान-जय किसान और वंदेमातरम के नारों से परिसर गूंज उठा।