सांसद ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों का शाल श्रीफल से किया स्वागत
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
सांसद ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों का शाल श्रीफल से किया स्वागत
सदस्यता शुल्क देकर ग्रहण की प्रोग्रेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन की संरक्षक सदस्यता
बैतूल। प्रोग्रेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन की मासिक बैठक मुख्य अतिथि सांसद दुर्गादास उइके की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। प्रोग्रेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन ने सांसद का शाल श्रीफल एवं स्मृति अभिनंदन पत्र द्वारा स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर सांसद ने 11 हजार 500 रुपये सदस्यता शुल्क देकर प्रोग्रेसिव पेंशनर्स एसोसिएशन बैतूल की संरक्षक सदस्यता ग्रहण की। एसोसिएशन ने उनका आत्मीय आभार व्यक्त किया। समस्त उपस्थित पेंशनर्स साथियों ने गर्मजोशी से सांसद को पुनः 2024 के आम चुनाव में बैतूल संसदीय क्षेत्र से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी घोषित किए जाने पर बधाई एवं प्रचण्ड बहुमत से विजय होने की हार्दिक शुभकामनाएं दी। विजय का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा इस आशय की नारेबाजी हुई। सांसद ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों गुलाबराव बोडखे, संतोष राव बारस्कर, श्रीमती भागरती डोंगरे, श्रीमती उषा जैन का शाल श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र द्वारा स्वागत किया गया। सभी सेवा निवृत्त हुए पेंशनर्स साथियों ने एसोसिएशन की सदस्यता ग्रहण की। सांसद ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं अपने राजनीतिक जीवन में कभी कोई ऐसा कार्य नहीं करुंगा जिससे कि मेरे क्षेत्र के आत्मीय जनों का सिर लज्जा से झुके। सदैव मेरे हृदय के द्वार मेरी क्षेत्र की जनता जनार्दन के लिए हमेशा खुले हुए हैं। मेरी जब तक सांस रहेगी मैं बिना किसी भेद भाव के पूर्ण निष्ठा – नि: स्वार्थ, समर्पण और इमानदारी से सेवा करते रहूंगा।
— पेंशनरों ने सांसद को दिया जीत का आशीर्वाद–
अत्यंत सरल लोकप्रिय, मधुर भाषी, सांसद दुर्गादास उइके के लिए सभी पेंशनर्स साथियों ने उइके जी विजयी भव, चिरंजीवी भव, यशस्वी भव के गगनभेदी नारे लगाए। उन्होंने पेंशनर्स की ज्वलंत समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिनिधिमंडल को अलग से मिलने का समय दिया। प्रांताध्यक्ष ओम प्रकाश बुधोलिया, जिलाध्यक्ष रामचरण साहू सहित सभी पेंशनर्स साथियों ने सांसद को शुभकामनाएं दी। बैठक में अरविंद अग्रवाल केन्द्रीय सेवा निवृत्त पेंशनर ने भी आजीवन सदस्यता ग्रहण की। प्रोडक्ट मेनेजर पवार द्वारा राइस ब्रांड कुकिंग आईल की कोलेस्ट्रॉल फ्री भूमिका की जानकारी दी गई। किशन पवार ने अपने द्वारा लिखित पुस्तक के प्रकाशन की भी जानकारी दी। शिवचरण हजारे ने मंच संचालन किया। सुन्दर लाल कड़वे ने सभी का आभार व्यक्त किया।