शाहपुर पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा
नीता वराठे
शाहपुर पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा करने में बड़ी सफलता पाई है। मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल दिया है। बता दे की दिनांक 27/08/2024 को इन्द्राबाई पति रमेश उईके, उम्र 47 वर्ष, निवासी अर्जुन नगर, बैतूल, वर्तमान में आमढाना, थाना शाहपुर, ने अपने पुत्र मुकेश उईके की हत्या की सूचना दी थी। सूचनाकर्ता ने बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मुकेश की हत्या कर शव को फेंक दिया गया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ की। मृतक मुकेश की मां के विस्तृत बयान दर्ज किए गए, जिनमें उसने अपने पुत्र की हत्या की बात कही।
जांच में पाया गया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा मुकेश उर्फ छोटू उईके की हत्या की गई थी। इस संबंध में थाना शाहपुर में अपराध क्रमांक 297/24 धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया और विवेचना शुरू की गई।
घटनास्थल का निरीक्षण:
27 अगस्त 2024 को मृतक का शव बहते नाले में सड़ी-गली अवस्था में पाया गया। मृत्यु संदिग्ध प्रतीत होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। अनुविभागीय अधिकारी पुलिस शाहपुर श्री मयंक तिवारी एवं प्रभारी सीन ऑफ क्राइम निरीक्षक आबिद अंसारी ने एफएसएल टीम और डॉग स्क्वाड के साथ घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया। थाना प्रभारी शाहपुर श्री जयपाल इवनाती की उपस्थिति में वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित किए गए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कार्यवाही का विवरण:
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल झारिया के निर्देशानुसार अनुविभागीय अधिकारी पुलिस शाहपुर श्री मयंक तिवारी के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी शाहपुर द्वारा एक टीम गठित की गई और अज्ञात आरोपी की तलाश शुरू की गई। जांच में पता चला कि मृतक मुकेश उईके आखिरी बार इन्द्रपाल वाडिवा निवासी बाकाखोदरी के साथ देखा गया था। दिनांक 18/09/2024 को संदेही इन्द्रपाल को थाना लाकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने हत्या की बात कबूल की। इन्द्रपाल ने बताया कि उसने मुकेश के साथ गाली-गलौज और मारपीट की, फिर सिर में घूंसा मारकर, जमीन पर पटककर और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी, और शव को नाले में फेंक दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
सराहनीय भूमिका:
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी शाहपुर निरी. जयपाल इवनाती, निरीक्षक आबिद अंसारी, उपनिरीक्षक संदीप परतेती, सहायक उपनिरीक्षक सुनील कैथवास, सहायक उप निरीक्षक ओ पी गड़वाल, आरक्षक धीरज काले (आर. 366), आरक्षक करण सिंह (आर. 477), आरक्षक शिवेन्द्र (आर. 18), आरक्षक विनय प्रताप (आर. 644), आरक्षक नीरज पान्डे (आर. 228), आरक्षक जयकिशन (आर. 117) और साइबर टीम बैतूल की सराहनीय भूमिका रही।