आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन का धरना प्रदर्शन -नियमितीकरण और वेतन 26 हजार की मांग
ब्यूरो रिपोर्ट
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन के बैनर तले मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने कलेक्ट्रेड के समक्ष धरना दिया। धरने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन सौंपा।
कार्यकर्ताओं ने आंगनबाड़ी कर्मियों को नियमित कर्मचारी बनाने, न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए करने, तथा सुप्रीम कोर्ट द्वारा अप्रैल 2022 में दिए गए निर्णय के अनुसार, ग्रेच्युटी का भुगतान तुरंत दिए जाने की मांग ।
वहीं ज्ञापन में समेकित बाल विकास योजन का किसी भी स्तर पर निजीकरण नहीं करने, ईसीसीई शिक्षा को मजबूत करते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों में केजी-1 और केजी-2 स्तर की शिक्षा प्रदान करने की मांग की। इस अवसर पर कुंदन राजपाल ने कहा आंगनवाड़ी कर्मियों, आशा-उषा कार्यकर्ताओं और अन्य श्रमिक वर्ग के अधिकारों की लगातार अनदेखी की जा रही है।
वहीँ सुनीता राजपाल ने सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार ने महिलाओं का आर्थिक शोषण किया है। महंगाई के इस दौर में मानदेय के नाम पर दी जाने वाली मामूली राशि से परिवार चलाना बेहद कठिन हो गया है।
इस दौरान कार्यकारी अध्यक्ष सविता आर्य, महासचिव पुष्पा वाईकर, कोषाध्यक्ष संगीता कनाठे, सहायक महासचिव रेखा काले और उपाध्यक्ष योगिता शिवहरे समेत अन्यं प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहीं। |