अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों को पूरी संवेदनशीलता से समय पर निराकरण कराएं : कमिश्नर श्री तिवारी
ब्यूरो रिपोर्ट
कमिश्नर नर्मदापुरम संभाग श्री के जी तिवारी ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट बैतूल का औचक निरीक्षण कर कार्यालयीन व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सबसे पहले कमिश्नर श्री तिवारी ने स्थापना शाखा का निरीक्षण किया और यहां कलेक्टर कार्यालय की संरचना, पदक्रम सूची और स्वीकृत और रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देशित किया कि कार्यालय की पदक्रम सूची यथा शीघ्र जारी की जाएं। प्रयास करे कि 30 अप्रैल तक पदक्रम सूची प्रकाशित कराएं। पदक्रम सूची जिले की वेबसाइट पर अपलोड की जाए।
कमिश्नर श्री तिवारी ने कर्मचारियों के समयमान वेतनमान,वेतन निर्धारण और भुगतान की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि समयमान वेतनमान निर्धारण के लिए गठित परामर्शदात्री समिति की बैठक निर्धारित 3 महीने के अंतराल में अनिवार्य रूप से की जाएं। उन्होंने अधिकारियों कर्मचारियों के अवकाश पंजी का भी अवलोकन कर प्रभारी अधिकारी को हस्ताक्षर अवश्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अनुकम्पा नियुक्ति शासन की महत्वपूर्ण योजना है। ऐसे प्रकरणों में व्यक्तिगत रुचि लेकर प्रकरणों में नियुक्ति कराएं। अनुकम्पा नियुक्ति में अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रभारी अधिकारी भी पूरी गंभीरता से समय-समय पर कार्यालय के टेबल निरीक्षण करतें रहें।
कमिश्नर श्री तिवारी ने अधिकारी, कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका का भी अवलोकन कर निर्देश दिए कि कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका और आईएफएमआईएस पोर्टल में विसंगति न हो। उन्होंने दल बनाकर सेवा पुस्तिका का निरीक्षण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि सेवा पुस्तिका पूर्ण है और आईएफएमआईएस पोर्टल के अनुरूप हैं कि सील भी सेवा पुस्तिका में लगाई जाए।
उन्होंने कलेक्ट्रेट को विभिन्न मद में प्राप्त बजट आवंटन और व्यय की जानकारी ली और उन्होंने शेष देयकों का शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस बजट की आवश्यकता नहीं हैं, उन्हें तत्काल सरेंडर कराए। उन्होंने वाहन पंजी का निरीक्षण कर वाहन के बिल लॉग बुक संलग्न कर समय पर भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परिवहन मद में बजट होने के उपरांत भी पीओएल देयक अनावश्यक लंबित न हो। उन्होंने कहा कि ट्रेज़री ट्रांजैक्शन का निरीक्षण किया जाएं। स्वीकृति उपरांत ही विधिवत रूप से संबंधित के खाते में भुगतान हो।
उन्होंने निर्देशित किया कि कर्मचारियों को जीपीएफ पुस्तिका, सेवा पुस्तिका और एनपीएस की डुप्लीकेट प्रति उपलब्धि कराएं। ताकि वे भी मूल प्रति देखकर उसमें एंट्री कर सकें। उन्होंने न्यायालयीन प्रकरणों की भी विस्तृत समीक्षा कर समय पर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि राहत भुगतान के प्रकरण लंबित ना रहें। उनमें तत्काल सम्बंधित को भुगतान किया जाएं। हर महीने संबंधित थानों से सड़क दुर्घटना के प्रकरणों का क्रॉस वेरिफिकेशन भी किया जाएं।
उन्होंने भू अभिलेख शाखा अंतर्गत सर्वेयर के भुगतान, स्वामित्व योजना और पीएम किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में ईकेवाईसी की भी समीक्षा की। उन्होंने सर्वेयर का शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिए। इस दौरान कमिश्नर श्री तिवारी ने राजस्व न्यायालयों का निरीक्षण कर आरसीएमएस में दर्ज प्रकरणों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व प्रकरण आरसीएमएस में दर्ज किया जाएं। उन्होंने कहा कि जिन प्रकरणों में आदेश पारित हो गए हैं, उनमें प्रमाण पत्र जारी कर उन्हें क्रम से रिकॉर्ड रूम जमा कराएं। उन्होंने राजस्व प्रकरणों का निर्धारित समय सीमा में निराकरण करने गए निर्देश दिए। इस दौरान अपर आयुक्त श्री आरपी सिंह, कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, संयुक्त आयुक्त श्री पीसी दोहर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।