संघ ने हर्षोल्लास से मनाई देवी अहिल्याबाई होलकर कि 300वीं जन्मजयंती
ब्यूरो रिपोर्ट
सारनी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सारनी नगर द्वारा शुक्रवार को देवी अहिल्याबाई होलकर कि 300वीं जन्मजयंती पर वार्ड क्रमांक 04 स्थित मनकामेश्वर शिव मंदिर परिसर में देवी अहिल्याबाई होलकर कि छायाप्रति पर माल्यार्पण कर हर्षोल्लास से जन्मजयंती मनाईं। नगर कार्यवाह के द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। साथ ही संघ के विनोद झरबडे द्वारा देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका शासन हमेशा भगवान शंकर के प्रतिनिधि के रूप में ही काम करता रहा।
उनका लोक कल्याणकारी शासन भूमिहीन किसानों, भीलों जैसे जनजाति समूहों तथा विधवाओं के हितों की रक्षा करनेवाला एक आदर्श शासन था। समाज सुधार, कृषिसुधार, जल प्रबंधन, पर्यावरण रक्षा, जनकल्याण और शिक्षा के प्रति समर्पित होने के साथ-साथ उनका शासन न्यायप्रिय भी था। समाज के सभी वर्गों का सम्मान, सुरक्षा, प्रगति के अवसर देने वाली समरसता की दृष्टि उनके प्रशासन का आधार रही अहिल्याबाई ने अपने राज्य के साथ-साथ सम्पूर्ण देश के मंदिरों की पूजन-व्यवस्था और उनके आर्थिक प्रबंधन पर भी उन्होंने विशेष ध्यान दिया। बद्रीनाथ से रामेश्वरम तक और द्वारिका से लेकर पुरी तक आक्रमणकारियों द्वारा क्षतिग्रस्त मंदिरों का उन्होंने पुनर्निर्माण करवाया। प्राचीन काल से चलती आई और आक्रमण काल में खंडित हुई तीर्थयात्राओं में उनके कामों से नवीन चेतना आई। इन बृहद् कार्यों के कारण उन्हें ‘पुण्यश्लोक’ की उपाधि मिली संपूर्ण भारतवर्ष में फैले हुए इन पवित्र स्थानों का विकास वास्तव में अहिल्याबाई की राष्ट्रीय दृष्टि का परिचायक है।