7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी,31 जुलाई और 1 अगस्त से फिर बारिश
मध्य प्रदेश में फिलहाल एक हफ्ते तक मौसम का मिजाज यूही बना रहेगा।आज मंगलवार को प्रदेश के 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, वही 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में आंधी तूफान और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।इधर, 30 जुलाई से एक और नया स्ट्रॉन्ग सिस्टम भी एक्टिव होने जा रहा है, जिससे 31 जुलाई और 1 अगस्त से फिर बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
आज मंगलवार को छतरपुर, अनूपपुर, डिंडोरी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला जिलों में भारी बारिश के लिए ‘येलो अलर्ट और छतरपुर, कटनी, दमोह, पन्ना, पिपरिया और मंडला में ऑरेंज अलर्ट।
बैतूल, शिवपुरी, पांढुर्णा, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, विदिशा, बुरहानपुर, सीहोर, भोपाल, नर्मदापुरम, राजगढ़, रायसेन, उमरिया, सागर, अनूपपुर, टीकमगढ़, डिंडौरी, छतरपुर, मंडला, सागर, बालाघाट, पन्ना, सिवनी, दमोह, जबलपुर, नरसिंहपुर, कटनी, इंदौर, ग्वालियर जिलों में बारिश ,बिजली गिरने और आंधी तूफान का अलर्ट ।
मंदसौर, नीमच, रीवा, सतना, चित्रकूट, मैहर, सागर, कटनी, सीधी, हरदा, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, रायसेन, भीमबेटका, सीहोर, उज्जैन, आगर मालवा, झाबुआ, खंडवा, ओंकारेश्वर में बिजली के साथ मध्यम गरज जारी रहने के आसार हैं. रात के समय राजगढ़, शाजापुर, भोपाल, बैरागढ़, पन्ना, सिंगरौली, शहडोल, दमोह, जबलपुर, भेड़ाघाट, नरसिंहपुर, बालाघाट, बैतूल और बुरहानपुर में भी बारिश।
बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग के अनुसार 31 जुलाई या 1 अगस्त तक फिर स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है, ऐसे में फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा। 31 जुलाई को प्रदेश के 27 जिलों बैतूल, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, नरसिंहपुर, कटनी, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, राजगढ़, भोपाल, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा व पांढुर्णा में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है, मानसून द्रोणिका बीकानेर, अजमेर, गुना , रायसेन, मंडला से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।सौराष्ट्र और उससे लगे अरब सागर पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिणी गुजरात से लेकर उत्तरी केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। महाराष्ट्र पर विपरीत हवाओं का सम्मिलन (शियर जोन) बना हुआ है। अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी अरब सागर से नमी आ रही है, जिससे रुक रुक कर बारिश का दौर जारी है।