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Bhopal

5 दिवसीय मध्यस्थता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 01 से 05 मार्च तक

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ब्यूरो रिपोर्ट 

मुख्य न्यायाधिपति, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर एवं न्यायाधिपति एवं कार्यपालक अध्यक्ष तथा सदस्य सचिव, मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एवं श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश भोपाल के मार्गदर्शन तथा श्री सुनीत अग्रवाल, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समन्वय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भोपाल द्वारा न्यायाधीशगण के लिए 5 दिवसीय मध्यस्थता प्रशिक्षण कार्यकम का आयोजन पलाश रेसीडेंसी भोपाल में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ श्री प्रदीप मित्तल, सदस्य सचिव, म०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर, श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, श्रीमती गिरिबाला सिंह, मध्यस्थ सीनियर मास्टर ट्रेनर ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन कर एवं फूल माला एवं पुष्प अर्पित कर किया।

शुभारंभ कार्यकम में श्री अग्नीन्ध्र कुमार द्विवेदी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री सुनीत अग्रवाल, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भोपाल सहित प्रशिक्षणार्थी न्यायाधीशगण एवं श्री अभय सिंह, जिला विधिक सहायता अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री प्रदीप मित्तल, सदस्य सचिव, म०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किया कि वैसे तो हमारे समाज और हमारे बीच में हर व्यक्ति विवाद के समय एक मध्यस्थ बन जाता है, लेकिन मध्यस्थता से विवाद को कैसे समाप्त किया जाए उसके लिए प्रशिक्षित मध्यस्थ होना आवश्यक है और विवाद रहित समाज की परिकल्पना में ऐसे प्रशिक्षण कार्यकम आवश्यक हैं, हमें आशा है कि आप सभी न्यायाधीशगण मध्यस्थता प्रशिक्षण प्राप्त कर विवाद रहित समाज की परिकल्पना को साकार करने में अपनी अहम भूमिका अदा करेंगे। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किया कि समाज के छोटे से छोटे एवं बड़े से बड़े विवादों को सकारात्मकता के साथ मध्यस्थता कराकर निपटाया जा सकता है और मध्यस्थता कार्यक्रम आयोजित कराने का अवसर जिला भोपाल को प्रदान करने के लिए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण का धन्यवाद ज्ञापित किया।

मध्यस्थ सीनियर मास्टर ट्रेनर श्रीमती गिरिबाला सिंह ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किया कि मध्यस्थता ही एक ऐसा माध्यम है जिससे छोटे से छोटे विवाद को प्रारंभिक स्तर पर प्रयास कर निपटाया जा सकता है, नहीं तो ऐसे छोटे विवाद भी आगे चलकर आपराधिक प्रकरण में तब्दील हो जाते हैं। कार्यक्रम के अंत में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री सुनीत अग्रवाल द्वारा समस्त सम्माननीय अतिथियों, सीनियर मास्टर ट्रेनर तथा उपस्थित समस्त न्यायाधीशगण को कार्यकम में सम्मिलित होने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भोपाल से श्री राजकुमार थावानी ने किया।

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